T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के रिकॉर्ड और आंकड़े

 

आखिरकार अब इंतजार खत्म होने जा रहा है। 2022 का ICC मेन्स T20 वर्ल्ड कप का आठवां टी20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट अब शुरू होने जा रहा है, जो कि 16 अक्टूबर से 13 नवंबर 2022 तक ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना है। हमेशा की तरह एक संस्करण में भी टीम इंडिया, जिसने 2007 में ICC मेन्स टी20 वर्ल्ड कप का पहला खिताब जीता था, इस बार फिर वर्ल्ड कप घर जाने के लिए प्रबल दावेदारों में से एक हैं।

इस वर्ल्ड कप की मजेबानी ऑस्ट्रेलिया के हाथों सौपी गयी है, जो कि 16 अक्टूबर से शुरू हो कर 13 नवंबर तक चलने वाला है और विभिन्न ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट मैदानों में खेला जाएगा।

भारतीय टीम कप्तान रोहित शर्मा के लिए इस टूर्नामेंट को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी जो कि पहली बार टी20 विश्व कप में टीम की अगुवाई कर रहे हैं।

सुपर 12 चरण की शुरुआत 22 अक्टूबर से होगी जिसमे बड़ी टीमों का आमना-सामना शुरू होगा, और टीम इंडिया एक दिन बाद अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। आज हम आपको एक ऐसी यात्रा पर ले जाएंगे जिसमे आप भारतीय टीम के पिछले कुछ वर्षों के टी 20 विश्व कप प्रदर्शन को दोबारा जी सकेंगे।

भारतीय टीम का प्रदर्शन: जीत और हार

सबसे पहला टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का T20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में प्रदर्शन जबरजस्त रहा हैं। वर्तमान में भारतीय टीम का जीत प्रतिशत 63.95% हैं जो कि एक शानदार रिकॉर्ड है। भारतीय टीम के द्वारा टी20 विश्व कप में अब तक कुल 38 मैचों खेले गए हैं जिनमे से 23 मैचों में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की हैं।

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सभी टी20 विश्व कप में से, एमएस धोनी ने टूर्नामेंट के पहले सीज़न से ले कर टी20 विश्व कप 2016 तक भारतीय टीम का नेतृत्व किया है। टी 20 विश्व कप 2021 में ये जिम्मेदारी विराट कोहली के काबिल कंधो पर डाली गयी थी, जिनके नाम पर टी 20 विश्व कप में ढेरों रिकॉर्ड है।

टी20 विश्व कप 2022 रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेला जाएगा, जो पहली बार इतने बड़े आयोजन में टीम की अगुवाई करेंगे।

यदि बात की जाए 2021 के टी20 विश्व कप की, तो वह भारतीय टीम के लिए काफी निराशाजनक रहा। भारतीय टीम विश्व कप 2022 में हुयी गलतियों से सीख कर आगे बढ़ने की पूरी कोशिश करेगी। हाल ही में भारतीय टीम का फॉर्म भी शानदार रहा हैं और टीम ने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका को टी20 द्विपक्षीय सीरीज में जबरजस्त पटकनी भी दी हैं।

कुल मैच जीत हार अनिर्णित जीत प्रतिशत
38 23 13 1 63.95%

T20 वर्ल्ड कप में भारत :

2007

यह दुनिया का पहला टी20 वर्ल्ड कप था। इस आयोजन की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका ने की थी और दक्षिण अफ्रीका की धरती पर खेला गया था। भारतीय टीम ने टूर्नामेंट की शुरुआत में कुछ उतार-चढ़ाव देखे थे लेकिन अंत में भारतीय टीम विजयी हुई।

यह वही टूर्नामेंट था जिसमें युवराज सिंह ने 6 गेंदों में 6 शानदार छक्के लगाए थे और सिर्फ 12 गेंदों में अर्धशतक बनाया था।

टी 20 विश्व कप 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ नेल-बाइटिंग फाइनल मैच में भारत ने 20 वें ओवर की आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को हराया। और भारत ने दुनिया का पहला टी20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट जीता।

2009

2007 की चैंपियन भारतीय टीम के लिए T20 वर्ल्ड कप का दूसरा संस्करण कुछ ख़ास नहीं रहा था। टूर्नामेंट के सुपर 8 चरण में ही भारतीय टीम को वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के हाथों लगातार तीन मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। जिसके फलस्वरूप इंग्लैंड द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट से भारत को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता देखा पड़ा था।

गौर करने वाली बात यह है कि टूर्नामेंट में टीम इंडिया की एकमात्र जीत आयरलैंड के खिलाफ आयी थी। साथ ही, पिछले संस्करण में भारत के खिलाफ फाइनल मैच हारने वाली पाकिस्तानी टीम ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की थी।

2010

भारत ने टी20 विश्व कप के तीसरे संस्करण में अपने पहले शुरुआती दो मैचों में अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका को जबरजस्त शिखस्त दे कर टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत की थी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे मैच में सुरेश रैना ने मात्रा 60 गेंदों में एक शानदार शतक जमाया था और भारतीय प्रशंसकों दिलों में एक बार फिर से टूर्नामेंट जीतना का जोश जगाया था।

हालांकि, आगे चल कर सुपर 8 चरण में ऑस्ट्रेलिया, मेजबान वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ हार का स्वाद चखने के बाद भारत एक बार फिर से बाहर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था। बाद के चरण में, इंग्लैंड ने फाइनल मैच में शक्तिशाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को हरा कर और अपनी पहली टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीती।

2012

भारतीय टीम ने पहले दो ग्रुप स्टेज मैचों में अफगानिस्तान और इंग्लैंड को आराम से हरा कर एक बार फिर टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की और 2012 के टी20 वर्ल्ड कप के सुपर 8 में अपनी जगह बनाई।

लेकिन सुपर 8 में आगे बढ़ते हुए ऑस्ट्रेलिया ने शेन वॉटसन और डेविड वॉर्नर की धमाकेदार पारी की मदद से भारत को 9 विकेट से हरा दिया था। टूर्नामेंट में आगे चल कर भारत ने अपने अगले सुपर 8 मुक़ाबले में पाकिस्तान को हराया, जिसके बाद अपने तीसरे और अंतिम सुपर 8 गेम में दक्षिण अफ्रीका को 1 रन से हारने के बाद भी सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाने में असफल रही।

टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करके 152 रन बनाए लेकिन संभावनाएं ऐसी थीं कि सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम को 121 से कम के स्कोर पर रोकना होगा, जिसमे भारतीय टीम असफल रही।

बाद में टूर्नामेंट में, डैरेन सैमी के नेतृत्व वाली वेस्ट-इंडियन टीम ने T20 वर्ल्ड कप 2012 के फाइनल मैच में मेजबान श्रीलंका को हराकर प्रतिष्ठित ट्रॉफी अपने नाम की।

2014

टूर्नामेंट के इस संस्करण में भारतीय टीम का प्रदर्शन सराहनीय रहा। भारत ने टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया और फाइनल में मुक़ाबले में श्रीलंका को छोड़कर अन्य सभी टीमों को हराया।

भारत ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसी प्रभावी टीमों को हराकर फाइनल मुक़ाबले में जगह बनाई। इस टूर्नामेंट में फाइनल तक पहुंचने से पहले भारतीय टीम एक भी मैच नहीं हारी थी, लेकिन अंतिम बाधा लांघने में समर्थ रही, और फाइनल में श्रीलंका के हाथो हार का सामना करना पड़ा।

विराट कोहली इस टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में थे और 6 मैचों में 319 रन बनाने के लिए कोहली को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। फाइनल मैच में भारतीय टीम 130 रन बना सकी। भारत की पारी की आखिरी गेंद पर रन आउट होने से पहले विराट कोहली ने 77 रन बनाए। श्रीलंकाई टीम ने 18वें ओवर में 131 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए फाइनल में 6 विकेट से जीत दर्ज कर अपना पहला और अब तक का एकमात्र टी20 विश्व कप खिताब अपने नाम किया।

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2016

टी20 विश्व कप 2016 भारत की मेजबानी में आयोजित किया गया था। भारत की टूर्नामेंट में शुरुआत कुछ ख़ास नहीं रही थी क्योंकि टूर्नामेंट के पहले ही मैच में न्यूजीलैंड के हाथों भारतीय टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन बाद में भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और एक के बाद एक प्रत्येक मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।

सेमीफाइनल में भारत ने 2 विकेट के नुकसान पर 192 रनों का स्कोर बनाया, लेकिन वेस्टइंडीज ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 3 विकेट के नुकसान पर 196 बनाये और सेमीफाइनल में 7 विकेट से जीत हासिल की।

विराट कोहली को लगातार दूसरे संस्करण के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। और फाइनल मुक़ाबले में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को हरा कर अपना दूसरा टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीता।

2021

आखिरकार 5 साल के लम्बे इंतजार के बाद 2021 में टी20 वर्ल्ड कप खेला गया और इस संस्करण के लिए भारत को आधिकारिक मेजबान घोषित किया गया था। टूर्नामेंट को 2020 में वैश्विक महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था और इसका आयोजन यूएई और ओमान में किया गया था।

टीम इंडिया को अपने अभियान के शुरुआती मैच में ही अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद अगले मैच में नूज़ीलैण्ड के खिलाफ करारी हार का सामान करना पड़ा था।

टूर्नामेंट में आगे भारतीय टीम ने तीन लगातार जीत दर्ज की जो कि कुछ कमतर टीमों के खिलाफ आयी थी। यहां तक कि ये तीन जीत भी टीम इंडिया को आगे क्वालीफाई करने में मदद नहीं कर पायी और टीम इंडिया सुपर 12 चरण से बाहर का रास्ता देखना पड़ा।

इस संस्करण के रोमांचक फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने 2021 में खिताब अपने नाम किया था।

कुछ T20 वर्ल्ड कप के मजेदार रिकॉर्ड और आँकड़े:

  • टी20 विश्व कप में कप्तान के रूप में सर्वाधिक मैच: एमएस धोनी (2007-2016) 33 मैच।
  • भारत ने अब तक खेले गए सभी T20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को 5-1 से हराया।
  • विराट कोहली ने टी20 विश्व कप 2014 में 319 रन बनाए थे, जो किसी एक टी20 विश्व कप टूर्नामेंट में किसी भी खिलाड़ी द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन हैं।
  • सभी मौजूदा खिलाड़ियों में रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने सभी 7 विश्व कप टूर्नामेंट में कम से कम 1 मैच खेला है। इस प्रकार, वह सभी आठ टी20 विश्व कप संस्करणों में शामिल होने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी बनेंगे।
  • युवराज सिंह आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं।
  • युवराज सिंह के नाम टी20 वर्ल्ड कप इतिहास में महज 12 गेंदों में सबसे तेज अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड भी है।